Palampur Girl Kashavi: हिमाचल प्रदेश के पालमपुर शहर की आठ साल की काशवी इन दिनों हर तरफ चर्चा में है। आठ साल की यह बच्ची आठवीं कक्षा की परीक्षा देगी। हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने भी बच्ची को परीक्षा देने की अनुमति प्रदान कर दी है।
हिमाचल प्रदेश के पालमपुर शहर की आठ साल की काशवी आठवीं कक्षा की परीक्षा देंगी। पालमपुर के लाेहना वार्ड में हिमुडा कालाेनी में रहने वाली आठ साल की काशवी ने अपनी विलक्षण प्रतिभा के चलते आठवीं कक्षा की परीक्षा देने की मांग सरकार व शिक्षा बाेर्ड से की थी व काशवी के पिता की याचिका पर हाई कोर्ट ने अस्थायी तौर पर आठवीं कक्षा में पढ़ने की अनुमति का आदेश दिया है।
करीब डेढ़ साल से काेविड-19 के कारण स्कूल में नियमित पढ़ाई नहीं हाेने का लाभ लेते हुए काशवी ने दाे-दाे महीनाें में चाैथी से सातवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की व आठवीं कक्षा की परीक्षा की तैयारी कर रही है।
वर्तमान में रेनबो सीनियर सेकेंडरी स्कूल में तीसरी कक्षा की विद्यार्थी आठ वर्षीय काशवी के पिता संताेष कुमार अध्यापन से जुड़े हैं, जबकि माता कमलेश गृहिणी हैं। बताया जा रहा है कि काशवी की मां ने अपनी लाडली की विलक्षण क्षमता काे पहचानते हुए उसे अगली कक्षाओं की तैयारी में सहयाेग दिया।
हालांकि पिता की रुचि भी अपनी लाडली की विलक्षण क्षमता काे लेकर बढ़ी। लेकिन काशवी काे पूरी शिक्षा देने का दाराेमदार मां के कंधाें पर है। बड़ी बात यह भी है कि काशवी ने स्कूल में मात्र एक साल ही पढ़ाई करके पहली कक्षा उत्तीर्ण की थी। इससे पहले उन्होंने नर्सरी व एलकेजी में पढ़ाई नहीं की थी।
दूसरी कक्षा में उसे स्कूल की ओर से प्रमाेट किया गया है। तीसरी कक्षा की पढ़ाई भी वह अपने स्तर पर ही करती रहीं, साथ ही अगली सभी कक्षाओं के पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी करने के बाद आठवीं कक्षा की परीक्षा की तैयारियाें में जुट गई हैं।
यह बोली काशवी की माता…काशवी की मां जो खुद एमए बीएड हैं। उन्होंने बताया कि बेटी काे पढ़ाई के साथ संगीत और खेलाें में भी काफी रुचि है। उन्हाेंने बताया कि परिवार काे भी लाडली की विलक्षण क्षमता की परख लाकडाउन के दाैरान लगी। बेटी ने दाे माह में ही तीसरी कक्षा का पूरा पाठ्यक्रम समाप्त करके अभिभावकाें काे सुना दिया। काशवी उनकी इकलौती बेटी है।