Big Breaking: बिहार शिक्षा विभाग BPSC पास शिक्षकों से नियुक्ति पत्र ले रहा वापस, वजह जान टेंशन में आ जाएंगे टीचर!

Big Breaking: बिहार शिक्षा विभाग BPSC पास शिक्षकों से नियुक्ति पत्र ले रहा वापस, वजह जान टेंशन में आ जाएंगे टीचर!

शिक्षकों को जॉइनिंग में आ रही परेशानी, शिक्षा विभाग से लगाई गुहार

बीपीएससी द्वारा नियुक्त शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. बिहार लोक सेवा आयोग और शिक्षा विभाग की जांच में खुलासे के बाद नवनियुक्त शिक्षकों में हड़कंप मच गया है. बिहार शिक्षा विभाग नवनियुक्त शिक्षकों से एक-एक कर नियुक्ति पत्र वापस ले रहा है. इसको लेकर डीईओ को आदेश भी दिया गया है. पता है क्यों…

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

KK Pathak का एक और बड़ा फैसला!, सभी जिलों के DM को दे दिए ये आदेश, 31 जनवरी है डेडलाइन

बीपीएससी से बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली हुई है. राज्य में करीब 1.20 लाख शिक्षकों की बहाली हो चुकी है. हालाँकि, इसमें नये और नियोजित दोनों शिक्षक भी शामिल हैं। कल तक यह माना जा रहा था कि बीपीएससी उत्तीर्ण शिक्षकों की बहाली की पूरी प्रक्रिया में कोई रुकावट, बाधा या विवाद नहीं होगा. लेकिन एक के बाद एक इससे जुड़े मामले सामने आ रहे हैं.

सैकड़ों शिक्षक परीक्षा परिणाम पर आपत्ति जता रहे हैं और अब अपनी आपत्ति का कोई साक्ष्य भी नहीं दे रहे हैं. ऐसे शिक्षकों की संख्या सात सौ से अधिक बताई जा रही है, वहीं जो अभ्यर्थी बीपीएससी के तहत शिक्षक परीक्षा में शामिल होने के योग्य नहीं थे, वे भी शामिल हुए और उत्तीर्ण होकर नियुक्ति पत्र प्राप्त कर लिया. अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं.

नीतीश कैबिनेट की बैठक खत्म, इन एजेंडों पर लगी मुहर; इनलोगों को मिली बड़ी खुशखबरी

जांच में खुलासे पर कार्रवाई

जब बीपीएससी और शिक्षा विभाग ने सफल अभ्यर्थियों के आवेदन के साथ लगे दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि कई अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने के योग्य नहीं हैं. यह बात सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने एक तरह से अपना माथा पकड़ लिया और अब इन अयोग्य शिक्षकों से नियुक्ति पत्र वापस ले रहा है. दरभंगा और सीतामढी समेत अन्य जिलों के डीईओ ने ऐसे शिक्षकों को नियुक्ति पत्र लौटाने का निर्देश दिया है. सूत्रों ने बताया कि कक्षा 1 से 5 तक के लिए बीएड योग्यताधारी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जानी है, लेकिन ऐसे कई शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दे दिया गया है.

जांच में खुलासे पर कार्रवाई

जब बीपीएससी और शिक्षा विभाग ने सफल अभ्यर्थियों के आवेदन के साथ लगे दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि कई अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने के योग्य नहीं हैं. यह बात सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने एक तरह से अपना माथा पकड़ लिया और अब इन अयोग्य शिक्षकों से नियुक्ति पत्र वापस ले रहा है. दरभंगा और सीतामढी समेत अन्य जिलों के डीईओ ने ऐसे शिक्षकों को नियुक्ति पत्र लौटाने का निर्देश दिया है. सूत्रों ने बताया कि कक्षा 1 से 5 तक के लिए बीएड योग्यताधारी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जानी है, लेकिन ऐसे कई शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दे दिया गया है.

बिहार 3.50 लाख नियोजित शिक्षक बनेंगे राज्यकर्मी,! कैबिनेट में आज आ सकता है प्रस्ताव!

इन सभी के नियुक्ति पत्र रद्द कर दिये जायेंगे

शिक्षा विभाग ने सभी डीईओ को पत्र भेजकर अयोग्य शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वापस लेने और उन्हें रद्द करने का आदेश दिया है. खास बात यह है कि इनमें से अधिकतर शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में योगदान भी दे चुके हैं. ऐसे में उनके हटाए जाने के बाद इन शिक्षकों में निराशा होगी और वे कथित तौर पर हंगामा भी कर सकते हैं. बताया गया है कि 9वीं से 12वीं कक्षा तक के नवनियुक्त शिक्षकों को आवेदन की अंतिम तिथि तक एसटीईटी पेपर I और II पास करना जरूरी था, लेकिन बिना पास किये अभ्यर्थी भी शिक्षक बन गये हैं.

उन्हें नियुक्ति पत्र भी लौटाना होगा.

बिना एसटीईटी पास किये शिक्षक बनने वालों को भी नियुक्ति पत्र लौटाने का नोटिस भेजा जा रहा है. इन अयोग्य शिक्षकों को नियुक्ति पत्र डीईओ कार्यालय में जमा करने को कहा गया है। सभी प्रधानाध्यापकों को पत्र भेजकर ऐसे अयोग्य शिक्षकों का नियुक्ति पत्र तत्काल वापस करने की कार्रवाई करने को कहा गया है. ऐसा नहीं करने पर संबंधित प्रधानाध्यापक को दोषी माना जायेगा और विभाग उनके विरुद्ध कार्रवाई करेगा.